Apple की बैटरी टेक्नोलॉजी को पीछे छोड़ते हुए, Samsung ने पेश की नई All Solid-State Battery!

Samsung all solid state battery

वर्तमान तकनीक की दुनिया में, Samsung Electro-Mechanics ने एक नई क्रांति की शुरुआत की है। कंपनी ने वियरेबल डिवाइस के लिए दुनिया की पहली अल्ट्रा-छोटी Samsung battery तैयार की है। इस नई बैटरी के आने से बैटरी इंडस्ट्री में बड़ी हलचल मचने वाली है, क्योंकि यह बैटरी न केवल अधिक सुरक्षित है बल्कि इसमें पावर भी कहीं ज्यादा है।

क्या है All Solid-state Battery?

All Solid-state Battery एक ऐसी बैटरी होती है जो ठोस पदार्थों से बनी होती है, न कि तरल इलेक्ट्रोलाइट्स से। पारंपरिक lithium-ion batteries की तुलना में, यह बैटरी ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है क्योंकि इसमें ओवरहीटिंग और लीकेज जैसी समस्याएं कम होती हैं। इसके अलावा, इसकी energy density भी अधिक होती है, जिसका अर्थ है कि यह बैटरी लंबे समय तक चल सकती है और इसे कई विभिन्न आकारों में बनाया जा सकता है।

ऊर्जा घनत्व में उन्नति

Samsung द्वारा विकसित की गई यह नई बैटरी 200Wh/L की ऊर्जा घनत्व प्रदान करती है, जो बैटरी उद्योग में अब तक की सबसे अधिक है। इस बैटरी के कारण सैमसंग के वियरेबल डिवाइस, जैसे कि Galaxy Watch, Apple Airpods, भविष्य में और भी अधिक उपयोगी हो जाएंगे मतलब इनकी बैटरी भी ज्यादा चलेगी और साइज और भी छोटा हो जाएगा।

Samsung की तीन साल की मेहनत का परिणाम

Samsung Electro-Mechanics ने इस बैटरी को तैयार करने में तीन साल से अधिक का समय बिताया है। कंपनी ने बैटरी के प्रोटोटाइप को तैयार कर लिया है और इसे कुछ ग्राहक पहले से ही परीक्षण कर रहे हैं। अगर यह परीक्षण सफल रहता है, तो कंपनी 2026 तक इस बैटरी का उत्पादन बड़े पैमाने पर शुरू कर देगी।

छोटे डिवाइस में इस्तेमाल से बैटरी पिकअप बढ़ेगा।

इस solid-state battery का उपयोग केवल Galaxy Watch तक ही सीमित नहीं रहेगा। Samsung इस बैटरी को स्मार्ट रिंग, ईयरबड्स और अन्य वियरेबल डिवाइस में भी उपयोग करने की योजना बना रहा है। इस तरह की छोटी बैटरियों का वियरेबल डिवाइस में इस्तेमाल करना बेहद लाभदायक होगा, क्योंकि यह अधिक ऊर्जा प्रदान करेंगी और लंबे समय तक टिकेंगी।

निष्कर्ष

Samsung द्वारा विकसित की जा रही यह solid-state battery तकनीक की दुनिया में एक नया अध्याय खोलने जा रही है। इससे न केवल वियरेबल डिवाइस की बैटरी लाइफ बेहतर होगी, बल्कि इन डिवाइसों का उपयोग भी अधिक सुरक्षित और टिकाऊ बनेगा। 2026 तक, हम इस बैटरी को अपने डिवाइस में देख सकते हैं, और यह तकनीक हमें भविष्य की और भी बेहतरीन संभावनाओं की ओर ले जाएगी।

 

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